आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार 11 फरवरी को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और राज्य के मंत्रियों और विधायकों की एक बैठक बुलाई है. सूत्रों के मुताबिक बैठक में दिल्ली चुनाव नतीजों और 2027 में होने वाले पंजाब चुनाव की तैयारियों पर चर्चा की जाएगी.
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में करारी हार के बाद यह बैठक बुलाई गई है. विधानसभा चुनाव 2025 में आम आदमी पार्टी को महज 22 सीटें मिली, जबकि भारतीय जनता पार्टी को प्रचंड बहुमत के साथ 48 सीटें हासिल हुईं. इससे पहले रविवार को कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए दावा किया था कि पंजाब में 30 से अधिक आप विधायक कांग्रेस के संपर्क में हैं और पाला बदलने के लिए तैयार हैं. उन्होंने दिल्ली चुनाव नतीजों को लेकर आप पर निशाना साधा और कहा कि पार्टी को दिल्ली में अपमानजनक हार का सामना करना पड़ा है.
उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल ने चुनाव से पहले कहा था कि अगर मैं भ्रष्ट हूं, तो लोग मुझे वोट नहीं देंगे. उनकी हार के साथ ही छल-कपट, झूठ और खोखले वादों का राज खत्म हो गया है. बाजवा ने हमला बोलते हुए कहा कि पंजाब के लोगों ने तथाकथित कट्टर ईमानदार पार्टी का असली चेहरा भी देख लिया है. उन्होंने कहा कि केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान ने पंजाबियों को मूर्ख बनाने और 2022 में उनके वोट हासिल करने के लिए पंजाब में बड़े-बड़े वादे किए. पंजाब ने अभी तक महिलाओं को 1000 रुपये प्रति माह नहीं दिए हैं. यह खनन से 20,000 करोड़ रुपये जुटाने में विफल रही.