भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में 9 बड़े आतंकी शिविर तबाह कर दिए। इनमें लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन के ठिकाने निशाने पर थे। देश में गौरव और उत्साह का माहौल है।
ऑपरेशन सिंदूर के प्रमुख तथ्य
- यह भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई है, जिसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है।
- इस अभियान में पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर वायुसेना और जमीनी बलों ने संयुक्त रूप से हमला किया।
- कुल नौ आतंकी शिविर तबाह किए गए, जिनमें लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन के शिविर शामिल थे।
- हमले में आतंकियों को भारी नुकसान हुआ, सभी प्रमुख ठिकाने बख्तरबंद वाहनों और विमानों से नष्ट कर दिए गए।
- इस हमले में किसी भी भारतीय जवान या नागरिक को कोई हानि नहीं हुई।
ऑपरेशन सिंदूर का विवरण
भारतीय सेना के जवान कतार में खड़े हैं, प्रत्येक हाथ में राइफल लिए हुए) भारतीय सेना के जवानों ने राष्ट्र की रक्षा के लिए पराक्रम दिखाया है। ऑपरेशन सिंदूर के तहत वायुसेना और थलसेना के विशेष बलों ने मिलकर पाकिस्तान के अंदर छिपे आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया। यह अभियान सीमापार से हमले की बढ़ती घटनाओं के जवाब में आत्मरक्षा की भावना से शुरू किया गया था।
नौ आतंकवादी शिविरों पर सटीक बमबारी और घातक ज़मीनी ऑपरेशन के ज़रिए सभी बड़े आतंकी कमांडर नष्ट कर दिए गए। रक्षा सूत्रों के अनुसार इस कार्रवाई में आतंकियों को भारी क्षति हुई, जबकि हमारी ओर से किसी भी जवान को कोई हानि नहीं हुई। इस कार्रवाई की सफलता ने देशवासियों का मनोबल बढ़ाया है। इस अभियान के बाद सीमा पार छिपे आतंकी संगठनों को स्पष्ट संदेश गया है कि भारत अपने सैनिकों के साथ पूरी तरह मुस्तैद है।
देश में जबरदस्त उत्साह
ऑपरेशन सिंदूर की खबर मिलते ही पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ गई। शहरों से लेकर गांव तक लोग अपने घरों की छतों पर तिरंगा लहरा रहे हैं और वीर सैनिकों को सलामी दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर #ऑपरेशनसिंदूर ट्रेंड कर रहा है, हर कोई जवानों के उत्साहवर्धक गीत गा रहा है।
रक्षा विश्लेषकों का कहना है कि इस कार्रवाई से आतंकवादियों में खौफ पैदा होगा और हमारी सीमाएं और मजबूत होंगी। नागरिक गर्व से कहते हैं, “देश को वीर सैनिकों पर गर्व है, उनका पराक्रम हमें सुरक्षित रखेगा।” हर भारतीय इस साहसिक कदम पर गर्व महसूस कर रहा है।