देवभूमि उत्तराखंड में 17वें कृषि विज्ञान सम्मेलन का आयोजन


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 21 फरवरी को देहरादून में गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आयोजित ’17वें कृषि विज्ञान सम्मेलन’ में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया।

               उन्होंने कहा कि “यह गर्व का विषय है कि इस प्रतिष्ठित सम्मेलन का आयोजन देवभूमि उत्तराखंड की पवित्र धरती पर किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य कृषि क्षेत्र का आधुनिकीकरण और किसानों का उत्थान सुनिश्चित करना है।”

                       मुख्यमंत्री ने बताया कि ऐसे सम्मेलनों के माध्यम से किसानों को नवीनतम तकनीकों, शोध परिणामों, और उत्तम बीज-खाद के बारे में जानकारी मिलती है। इसके साथ ही, विभिन्न स्टॉलों के माध्यम से उन्हें औद्यानिकी, पशुपालन, और जैविक खेती जैसे विषयों पर विशेषज्ञों से मार्गदर्शन प्राप्त होता है। उन्होंने गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को इस महत्वपूर्ण सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए बधाई दी।

                                                                                                         उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार किसानों को 3 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त ऋण प्रदान कर रही है और कृषि उपकरण खरीदने पर 80% सब्सिडी दी जा रही है। जैविक चाय बागान के विकास और सगंध खेती को बढ़ावा देने की दिशा में भी प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने सम्मेलन में उपस्थित किसानों से आग्रह किया कि वे विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन करें और पर्वतीय क्षेत्रों की कृषि में नवाचार, डिजिटल कृषि, जलवायु परिवर्तन, और स्मार्ट पशुधन पालन जैसे विषयों पर आयोजित पैनल चर्चाओं में भाग लें।

         इस सम्मेलन में 16 देशों के वैज्ञानिकों सहित 500 से अधिक प्रगतिशील किसान भी शामिल हुए हैं। गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एम एस चौहान ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री की प्रेरणा से इस सम्मेलन का आयोजन संभव हो पाया है।

इस अवसर पर मेयर विकास शर्मा, राज्य मंत्री अनिल कपूर डब्बू, आईजी कुमाऊं डॉ. योगेन्द्र सिंह रावत, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, एसएसपी मणिकान्त मिश्रा, विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।









Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *