राधा रतूड़ी का नेतृत्व: उत्तराखंड में आपदा प्रबंधन और महिला सशक्तिकरण


उत्तराखंड : राधा रतूड़ी, उत्तराखंड की पहली महिला मुख्य सचिव, ने हाल ही में आपदा प्रबंधन विभाग की एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक का उद्देश्य राज्य में आपदा प्रबंधन की तैयारियों को मजबूत करना और आवश्यक सुधारों पर चर्चा करना था। राधा रतूड़ी के नेतृत्व में यह बैठक राज्य के प्रशासनिक ढांचे में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो महिलाओं के सशक्तिकरण को भी दर्शाता है।

राधा रतूड़ी की प्रमुख बैठक

बैठक का उद्देश्य:

  • आपदा प्रबंधन की तैयारियों का मूल्यांकन
  • सुधारात्मक उपायों पर चर्चा
  • राज्य में महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देना

राधा रतूड़ी ने अपनी भूमिका में यह सुनिश्चित किया कि सभी संबंधित विभाग एक साथ मिलकर कार्य करें ताकि आपदा के समय त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे आपदा प्रबंधन योजनाओं को समय पर अपडेट करें और स्थानीय समुदायों को भी इसमें शामिल करें।

महिलाओं का सशक्तिकरण:

राधा रतूड़ी ने इस बैठक में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने पर जोर दिया। उनका मानना है कि महिलाओं को निर्णय लेने की प्रक्रिया में शामिल करने से न केवल उनके अधिकारों का संरक्षण होगा, बल्कि यह समाज में सकारात्मक बदलाव भी लाएगा।

निष्कर्ष:

राधा रतूड़ी का यह प्रयास न केवल प्रशासनिक दक्षता को बढ़ाने का है, बल्कि यह उत्तराखंड में महिलाओं के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण भी प्रस्तुत करता है। उनकी नेतृत्व क्षमता और दृष्टिकोण से यह स्पष्ट होता है कि वे राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।

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