प्रयागराज में महाकुंभ मेला 2025 के सफल समापन के बाद निरंजनी अखाड़े के संतों की वापसी पर हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर भव्य स्वागत किया गया। “निरंजनी अखाड़ा स्वागत” आयोजन में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज और निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर भव्य स्वागत
हरिद्वार पहुंचने पर निरंजनी अखाड़ा स्वागत के तहत संतों का फूलों की वर्षा और शोभायात्रा के साथ स्वागत किया गया। इस दौरान शिवमूर्ति और तुलसी चौक जैसे स्थानों पर सैकड़ों श्रद्धालुओं ने संतों का अभिनंदन किया। भाजपा नेता राकेश गोयल, विमल ध्यानी, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी इस आयोजन में भाग लिया।
अखाड़े की परंपरा और भविष्य की तैयारियां
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने बताया कि महाकुंभ मेला संपन्न होने के बाद संत काशी जाकर धार्मिक आयोजनों में भाग लेते हैं। इसके बाद वे होली मनाकर अपने-अपने स्थानों पर लौटते हैं। उन्होंने यह भी घोषणा की कि 2027 में हरिद्वार में होने वाला अर्द्धकुंभ पूर्ण कुंभ की तर्ज पर आयोजित किया जाएगा।
संत समाज का महत्व
निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी ने कहा कि कुंभ मेला सनातन धर्म का गौरव है। ऐसे आयोजनों से न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक एकता को भी बल मिलता है।
यह खबर भी पढ़ें : “अवैध संबंधों की खौफनाक साजिश: हरिद्वार में पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर की पति की हत्या, मेरठ जैसी वारदात की याद दिलाई”
Post Views: 2