उत्तराखंड : मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के तहत मंत्री रेखा आर्या ने चार करोड़ 96 लाख 38 हजार रुपये का डीबीटी ट्रांसफर किया। यह योजना उन बच्चों के लिए है जिन्होंने कोरोना महामारी के दौरान अपने माता-पिता या संरक्षक को खो दिया है। इस योजना के अंतर्गत, हर बच्चे को 21 वर्ष की आयु तक प्रति माह 3000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना: बच्चों के लिए आर्थिक सहारा
मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना का उद्देश्य उन बच्चों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है जो कोरोना काल में अनाथ हो गए हैं। इस योजना के तहत, लाभार्थियों को सीधे उनके बैंक खातों में धनराशि ट्रांसफर की जाती है। हाल ही में, मंत्री रेखा आर्या ने जनवरी, फरवरी और मार्च की तीन माह की राशि का एक साथ ट्रांसफर किया, जिससे बच्चों को तत्काल मदद मिल सके।
योजना का महत्व
- आर्थिक सहायता: मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के तहत हर बच्चे को 3000 रुपये प्रति माह की सहायता दी जाती है, जिससे वे अपनी बुनियादी जरूरतें पूरी कर सकें।
- शिक्षा और विकास: यह योजना न केवल आर्थिक मदद प्रदान करती है, बल्कि बच्चों की शिक्षा और विकास पर भी ध्यान देती है। सरकार ने सभी पात्र बच्चों के लिए सरकारी नौकरियों में 5% आरक्षण की भी व्यवस्था की है।
- आवेदन प्रक्रिया: इस योजना का लाभ लेने के लिए बच्चों को ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन करना होगा। सभी आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, जन्म प्रमाणपत्र आदि प्रस्तुत करने होंगे।
मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना की विशेषताएँ
| विशेषता | विवरण |
| योजना का नाम | मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना |
| शुरूआत | उत्तराखंड सरकार द्वारा |
| लाभार्थी | अनाथ बच्चे |
| आर्थिक सहायता | ₹3000 प्रति माह |
| सरकारी नौकरी में कोटा | 5% |
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना एक महत्वपूर्ण पहल है जो अनाथ बच्चों को सशक्त बनाने और उनकी भलाई सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई है। इस योजना के माध्यम से सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि कोई भी बच्चा शिक्षा और पोषण से वंचित न रहे।
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