भावना जोशी विदेश मंत्रालय अधिकारी: सफलता की कहानी
मोटाहल्दू, नैनीताल की रहने वाली भावना जोशी ने SSC परीक्षा में ऑल इंडिया 120वीं रैंक हासिल कर विदेश मंत्रालय में असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर के पद पर नियुक्ति पाई है। उनकी इस उपलब्धि ने पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ा दी है। भावना का विदेश मंत्रालय अधिकारी बनने का सफर न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे उत्तराखंड के लिए गर्व का विषय है।
भावना जोशी की पृष्ठभूमि
भावना जोशी का जन्म नैनीताल जिले के मोटाहल्दू क्षेत्र के किशनपुर सकुलिया गांव में हुआ। वह एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता नंदन जोशी वाहन स्वामी हैं और गौला नदी में खनन कार्य से जुड़े हुए हैं, जबकि उनके दादा गणेश दत्त जोशी एक साधारण दुकानदार थे। भावना ने अपनी शिक्षा पूरी करने के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में कड़ी मेहनत की।
SSC परीक्षा और भावना की उपलब्धि
SSC (कर्मचारी चयन आयोग) द्वारा आयोजित इस परीक्षा में भावना ने पूरे देश में 120वीं रैंक हासिल की। यह सफलता न केवल उनकी मेहनत का परिणाम है, बल्कि यह दर्शाता है कि सही दिशा और समर्पण से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। भावना का कहना है कि उन्होंने अपने माता-पिता और गुरुजनों के मार्गदर्शन को अपनी प्रेरणा बनाया।
गांव और क्षेत्र में खुशी का माहौल
भावना की इस उपलब्धि पर गांव के प्रधान रमेश चंद जोशी और अन्य गणमान्य लोगों ने उन्हें सम्मानित किया। मिठाई बांटकर और शुभकामनाएं देकर सभी ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस मौके पर स्थानीय व्यापार मंडल और अन्य संगठनों ने भी भावना को बधाई दी।
भावना जोशी का संदेश
भावना ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार और गुरुजनों को दिया। उन्होंने कहा, “अगर लक्ष्य स्पष्ट हो और मेहनत सच्ची हो, तो कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है।” उनका यह संदेश आज के युवाओं के लिए प्रेरणा बन सकता है।
यह खबर भी पढ़ें : उत्तराखंड में चार दिन बैंक बंद: जानें हड़ताल का कारण और ग्राहकों की समस्याएं
Post Views: 2