महिला दिवस के अवसर पर, 8 मार्च 2025 को, आशा कार्यकर्ता यूनियन की अध्यक्ष शिवा दुबे के नेतृत्व में आशा कार्यकर्ता देहरादून में सीएम आवास की ओर कूच करेंगी। इस रैली का उद्देश्य उनकी लंबित मांगों को सरकार के समक्ष रखना है।
मुख्य मांगें:
- एकमुश्त मानदेय: आशा कार्यकर्ताओं की मांग है कि उन्हें एकमुश्त मानदेय दिया जाए, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके।
- भुगतान में देरी: लंबे समय से उनके भुगतान में हो रही देरी पर भी चिंता जताई गई है।
- सेवा निर्वति पर लाभ: सेवा समाप्ति पर आशा कार्यकर्ताओं को पांच लाख रुपये की एकमुश्त राशि और पेंशन की मांग की जा रही है।
शिवा दुबे ने कहा कि जिला, शासन और सरकार के स्तर पर उनकी समस्याओं का कोई समाधान नहीं हो रहा है। इसलिए, महिला दिवस पर आक्रोश रैली निकालकर अपनी मांगों को जोरदार तरीके से उठाया जाएगा।
इस रैली का आयोजन न केवल आशा कार्यकर्ताओं के लिए, बल्कि सभी महिलाओं के लिए एकजुटता का प्रतीक बनेगा। यह प्रदर्शन उनके अधिकारों और सम्मान की लड़ाई का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
आशा कार्यकर्ता, जो स्वास्थ्य सेवाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, पिछले कई महीनों से अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रही हैं। उनके संघर्ष को समर्थन देने के लिए अन्य महिला संगठनों और नागरिक समाज के सदस्यों को भी आमंत्रित किया गया है, ताकि यह संदेश स्पष्ट हो सके कि महिलाओं की आवाज़ को अनसुना नहीं किया जा सकता।