उत्तराखंड के माना में हिमस्खलन : भाजपा ने जताया दुख, राहत कार्यों की सराहना की
भारतीय जनता पार्टी ने उत्तराखंड के माना में शुक्रवार को हुए हिमस्खलन में श्रमिकों की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया है। पार्टी के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए घायल श्रमिकों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। उन्होंने राज्य सरकार के तहत चल रहे खोज और बचाव अभियानों पर संतोष व्यक्त किया और आग्रह किया कि इस संवेदनशील घटना पर राजनीतिक बयानबाजी से बचा जाना चाहिए।
गौतम ने माना की घटना को दुखद बताया और मृतकों के प्रति शोक व्यक्त करते हुए अन्य श्रमिकों की सुरक्षा की कामना की। उन्होंने कहा कि खराब मौसम के बावजूद राहत और बचाव अभियान तेजी से चलाया गया, जिससे अधिकांश फंसे हुए श्रमिकों को सुरक्षित निकाला जा सका। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का इस प्रकार प्रभावी बचाव अभियान सुनिश्चित करने के लिए आगे आना भाजपा सरकार की संवेदनशीलता और गंभीरता को दर्शाता है, उन्होंने कहा।
भट्ट ने कहा कि माना की घटना खराब मौसम और क्षेत्र की कठिन परिस्थितियों से और भी जटिल हो गई। अधिकारियों द्वारा तेजी से किए गए बचाव कार्यों के कारण कई जानें बचाई जा सकीं, जिनमें कुछ दुर्भाग्य से खो गईं। उन्होंने सेना, आईटीबीपी, एसडीआरएफ और पुलिस की सराहना की कि उन्होंने कैसे इस अभियान को अंजाम दिया। भट्ट ने विपक्षी नेताओं से आग्रह किया कि वे ऐसे समय पर राजनीतिक बयानबाजी से बचें, क्योंकि धामी सरकार ने अब तक के सभी बड़े हादसों में राहत और बचाव कार्यों में अच्छा रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को भविष्य में राजनीति करने के कई अवसर मिलेंगे, इसलिए इस संवेदनशील घटना पर फिलहाल बयानबाजी से बचना चाहिए।
पृष्ठभूमि :
- हिमस्खलन की घटना : उत्तराखंड के चमोली जिले के माना गांव में शुक्रवार को एक हिमस्खलन हुआ, जिसमें सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के शिविर को नुकसान पहुंचा और कई श्रमिकों को बर्फ के नीचे दबा दिया गया।
- बचाव अभियान : भारतीय सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने मिलकर बचाव अभियान चलाया, जिसमें 50 श्रमिकों को सुरक्षित निकाला गया, लेकिन चार की मृत्यु हो गई। अभी भी चार श्रमिक लापता हैं।
- मौसम की चुनौतियाँ : बचाव कार्यों में भारी बर्फबारी और खराब दृश्यता ने बड़ी चुनौतियाँ पेश कीं।
सरकार की प्रतिक्रिया :
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटनास्थल का हवाई सर्वेक्षण किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत की, जिन्होंने बचाव प्रयासों के लिए पूरा समर्थन दिया।
- सरकार ने प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है।