तेलंगाना में सुरंग हादसा : बचाव अभियान जारी, आठ श्रमिक फंसे
तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (SLBC) की सुरंग का एक हिस्सा ढहने से आठ श्रमिक फंस गए हैं। इस हादसे के बाद राज्य और केंद्र सरकार ने तत्काल बचाव अभियान शुरू किया है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), सेना, और स्थानीय एजेंसियां मिलकर बचाव कार्य में जुटी हैं।
घटना की जानकारी
शनिवार को सुरंग का एक हिस्सा ढह गया, जिसमें आठ मजदूर फंस गए। इनमें दो इंजीनियर भी शामिल हैं। घटना के समय कुछ मजदूर बाहर निकलने में सफल रहे, लेकिन आठ मजदूर अंदर ही फंस गए। बचाव दल ने अब तक सुरंग के अंदर 13.5 किलोमीटर की दूरी तय की है, लेकिन पानी और मलबे की वजह से आगे बढ़ना मुश्किल हो रहा है.
बचाव अभियान
बचाव अभियान में NDRF, SDRF, सेना, और स्थानीय एजेंसियां शामिल हैं। इसके अलावा, उत्तराखंड के सिल्कियारा सुरंग हादसे में शामिल छह सदस्यीय टीम भी तेलंगाना पहुंच गई है। यह टीम पिछले साल 41 श्रमिकों को सफलतापूर्वक बचाने में शामिल थी.
चुनौतियाँ
बचाव दल को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। सुरंग में पानी और मलबा जमा होने से आगे बढ़ना मुश्किल हो रहा है। इसके अलावा, सुरंग की दीवारों में दरारें हैं और पानी का रिसाव हो रहा है, जिससे दीवारें अस्थिर हो गई हैं. बचाव दल को पहले पानी निकालना होगा, उसके बाद ही मलबा हटाया जा सकता है.
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
तेलंगाना के मंत्री जुपल्ली कृष्णा राव ने कहा है कि यह हादसा दुर्भाग्यपूर्ण है और इसका राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने आश्वस्त किया है कि सरकार हर संभव प्रयास कर रही है1. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से बात की और बचाव कार्यों की जानकारी ली.
निष्कर्ष
तेलंगाना सुरंग हादसा एक गंभीर चुनौती है, जिसमें आठ श्रमिकों की जान जोखिम में है। बचाव दल की मेहनत और सरकार के प्रयासों से उम्मीद है कि जल्द ही सभी श्रमिकों को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा। इस बीच, पूरे देश की निगाहें इस बचाव अभियान पर टिकी हुई हैं।