रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एयरो इंडिया प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारत का एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र अभूतपूर्व गति से आगे बढ़ रहा है, जो मजबूत सरकारी पहल और आत्मनिर्भरता पर ध्यान केंद्रित करने से प्रेरित है.
रक्षा विनिर्माण में भारत की तीव्र प्रगति पर प्रकाश डालते हुए सिंह ने कहा, “हमने पूरे रक्षा क्षेत्र, विशेष रूप से एयरोस्पेस उद्योग को पहले से कहीं अधिक सक्रिय कर दिया है. आज, हम न केवल देश के भीतर प्रमुख प्लेटफार्मों और उपकरणों को डिजाइन और विकसित करने में सक्षम हैं, बल्कि हमने सफलतापूर्वक एक विशाल घरेलू आपूर्ति श्रृंखला भी स्थापित की है.”
उन्होंने कहा कि भारत के रक्षा आधुनिकीकरण में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर सरकार का देश के भीतर पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान बनाने का निर्णय है. सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि जो कभी अकल्पनीय लगता था वह अब हकीकत बन रहा है. उन्होंने कहा, “कई सफलता की कहानियां भारत को और अधिक आत्मनिर्भर बनाने में योगदान दे रही हैं.”
रक्षा मंत्री ने एक बड़े संरचनात्मक सुधार- आयुध निर्माणी बोर्ड के निगमीकरण की ओर भी इशारा किया, जिससे दक्षता और प्रदर्शन में सुधार हुआ है. उन्होंने कहा, “विकसित हो रही गतिशीलता को ध्यान में रखते हुए, हमने आयुध निर्माणी बोर्ड के निगमीकरण का एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया और अब वे एक सुनियोजित और अच्छी तरह से विकसित रणनीति के तहत असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं.”